Ganesh Chaturthi 2023: इन नियमों का पालन करें और बनाएं अपने घर में गणपति की स्थापना सरल
गणेश चतुर्थी 2023 का उत्सव इस बार 19 सितंबर 2023 को मंगलवार को आरंभ हो रहा है और 28 सितंबर 2023 को अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होगा। यह धार्मिक उत्सव हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है और घरों और पंडालों में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना के साथ मनाया जाता है। इस दस दिनों के उत्सव में धूमधाम से भगवान गणेश की पूजा की जाती है, और इन दिनों के बाद चतुर्थी के दिन उनका विसर्जन किया जाता है।
गणेश स्थापना के नियमों के बारे में जानते हैं:
- स्थापना का स्थान: यदि आप अपने घर में गणपति की मूर्ति स्थापित कर रहे हैं, तो इसे ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में स्थापित करें। साथ ही, मूर्ति का मुख पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए।
- स्थापना स्थल की सफाई: गणपति बप्पा की मूर्ति को स्थापित करने से पहले स्थान को अच्छे से साफ करें और उसमें किसी भी तरह की अशुद्धि और कचरा न रहने दें।
- शुभ मुहूर्त में स्थापना: भगवान गणेश की मूर्ति को शुभ मुहूर्त में स्थापित करें। गणेश चतुर्थी के दिन सही समय पर स्थापना करना शुभ माना जाता है।
- पूजा और आरती: रोजाना सुबह-शाम को गणपति बप्पा की पूजा और आरती करें। दोनों समय भगवान गणेश को भोग लगाएं, धूप दीप दिखाएं।
- मूर्ति का विसर्जन: एक बार मूर्ति स्थापित हो जाने पर, उसे वहां से नहीं हटाएं। मूर्ति को विसर्जन के समय ही वहां से हटाया जा सकता है।
- परहेज: गणेश उत्सव के 10 दिनों तक नॉन-वेज और शराब न पिएं और न ही घर में लहसुन और प्याज आदि का उपयोग करें। इसके साथ ही, शुभ मुहूर्त में इन्हें पूजने का आदर करें।
इन नियमों का पालन करके आप अपने घर में गणपति उत्सव को श्रेष्ठ तरीके से मना सकते हैं और भगवान गणेश की कृपा पा सकते हैं।